प्रथम संक्रमण श्रेणी के तत्वों का रसायन ( chemistry of elements a first transition series) bsc 2nd part






👉संक्रमण तत्व किसे कहते हैं

👆आवर्त सारणी के वे तत्व इनके परमाणु अथवा आयन में 
डी कहैक्षक  पूर्ण रूप से भरे हुए संक्रमण तत्व कहलाते हैं।



आवर्त सारणी के एस ब्लॉक एवं पी ब्लॉक के तत्वों को जोड़ने वाले तत्व संक्रमण तत्व कहलाते हैं । एस ब्लॉक के तत्व प्रबल विद्युत धनी होते हैं एवं आयनिक बंध बनाने की प्रवृत्ति रखते हैं ।  p ब्लॉक मे वर्ग 13  के तत्व सहसंयोजक बंध बनाने की प्रवृत्ति रखते हैं।
इन दोनों स्थितियों के मध्यवर्ती गुण वाले तत्वों को संक्रमण तत्व कहते हैंइन दोनों स्थितियों के मध्यवर्ती गुण वाले तत्वों को संक्रमण तत्व कहते हैं।अर्थाअर्थात संक्रमण तत्व के गुणधर्म sव pब्लॉक तत्वों के गुणों के मध्यवर्ती होते हैं ।



Note : वर्ग 12 के सदस्यों (zn ,cd, hg ,Unb ) कौशल प्रमाण पत्र नहीं माना जाता है क्योंकि इनके परमाणु में एवं उचित ऑक्सीकरण अवस्था +२ में d  कक्षक पूर्ण भरे  होते हैं।
वर्ग 3 से वर्ग 12 तक के सभी तत्व d ब्लॉक तत्व  में सम्मिलित होते हैं।द ब्लॉक तत्वों का सामन्य electronic विन्यास( n-1 )d ^(1-10)ns^2 होता है।


 D block तत्वों के अभिलाक्षणिक गुणधर्म 
Chrecteristics properties of d block elements 


डी ब्लॉडी ब्लॉक तत्व में कुछ भी विशिष्ट गुण धर्म होते हैं जिन्हें संक्रमण गुण कहते हैं वह  कुछ प्रमुख संक्रमण गुणधर्म निम्न प्रकार है  ।
  • यह सभी तत्व धातु है ,दिन में विद्युतधनि  गुण पाया जाता है।
  • ये सभी तत्व ,एक से अधिक ऑक्सीकरण अवस्था प्रदर्शित करते हैं।
  •  इन तत्वों में sव्  pब्लॉक तत्वों के समान लम्बावत सामानता ना होकर  ,क्षैतिज समानता होती है।
  • लगभग सभी तत्व कठोर मजबूत उच्च गलनांक और क्वथनांक वाली धातु है।
  • सभी तत्व ऊष्मा एवं विद्युत के चालक हैं ।
  • यह उत्प्रेरक के गुण प्रदर्शित करते हैं ।
  • यह रंगीन योगिक बनाते हैं ।
  • यह संकुल निर्माण की प्रवृत्ति प्रदर्शित करते हैं ।
  • यह मिश्र धातु निर्माण करते हैं ।
  • यह अनु चुंबकीय गुण प्रदर्शित करते हैं ।
  • यह अंतरआकाशी योगिक बनाते हैं ।


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