आगरा अगर शॉपिंग के मूड से आए है तो इन बाजारों को जरूर धूमें । ये आपकी शॉपिंग यादगार बना देंगे।

धार्मिक नगरी आगरा में जितने आकर्षक पर्यटक स्थल हैं उतने ही आकर्षक है यहां के   मार्केट्स जो आप का ध्यान अपनी तरफ जरूर खींच लेंगे यहां पर सभी मार्केट एक दूसरे से सटी हुए है। 


 

 अगर आप आगरा घूमने आए हैं और आपने आगरा के मार्केट को नहीं घूमा है तो  फिर आप कुछ छोड  कर  जा रहे  हो ।  हां बिल्कुल आगरा की मार्केट खूबसूरती देखते बनती है आगरा का सिंधी बाजार  बाजार काफी लुभावनी जगह है  यहाँ पर बिकने वाली  हर  चीज  आपको आकर्षित करेगा आप कभी आगरा आए तो यह बाजार एक बार जरूर घूमे यहां सबसे आकर्षक है सिंधी बाजार। दरेसी बाजार  जो  काफी  प्राचीन  है।


 Daresi market

आज भले ही दरेसी नंबर एक काफी व्यवस्थित और पक्की दुकानों वाला बाजार दिखाई देता हो, लेकिन यह हमेशा से ऐसा नहीं था। इस बाजार की जगह कभी ऊबड़-खाबड़ टीले और झाड़ियां हुआ करतीं थी। मनकामेश्वर मंदिर और आगरा फोर्ट स्टेशन के नजदीक होने के कारण यहां हलचल रहती थी, लेकिन जगह खाली थी। इस कारण पाकिस्तान से विस्थापित होकर आए सिंधी समाज के लोगों ने इस जमीन को अपने हाथों से समतल किया और झाड़ियों को हटाकर लकड़ी के खोखे लगाए और उनमें कपड़े का व्यापार शुरू किया। इसके बाद नगर निगम, रेलवे और सेना ने उन सिंधी दुकानदारों को यह जमीन लीज पर दे दी और लकड़ी के खोखों की जगह पक्की दुकानों ने ले ली।

कपड़ा



पुराने समय से ही दरेसी नंबर एक कपड़े के प्रमुख बाजार के रूप में पहचान रखता है। हालांकि अब मेन मार्केट से ज्यादातर कपड़े के कारोबारी पास की ही अन्य मार्केट जैसे कश्यप, अशोक, वैध गली आदि में शिफ्ट हो गए हैं। लेकिन आज भी यहां कपड़े का व्यवसाय प्रमुख है।

किराना 


दरेसी नंबर एक में कपड़े के साथ ही किराना यानि घर की रसोई का सामान भी प्रमुखता से मिलता है। यहां मसाले, मेवा, घर का सामान थोक और रिटेल दोनों रूप से मिलता है।


कन्फैक्शनरी


दरेसी नंबर एक का तीसरा बड़ा व्यापार कन्फैक्शनरी का है। यहां बच्चों के खाने पीने की टॉफिया और चॉकलेट के साथ अन्य खाने पीने के सामान का बड़ा बाजार है।

अन्य


इसके साथ यहां प्लास्टिक के दौने पत्तल, पैकेट और सौंदर्य प्रसाधन की भी दुकानें हैं।
आगरा शहर का दरेसी बाजार विकसित तो हुआ अंग्रेजों के जमाने में लेकिन इसकी नींव रख दी गई थी मुगलों के दौर में। दरअसल, जब आगरा किले की खाई बनाई गई तो खोदाई से निकली मिट्टी के ढेर जिस जगह पर रखे गए, वही बाद में दरेसी कहलाया।
इतिहासकार राज किशोर शर्मा राजे अपनी पुस्तक ‘तवारीख ए आगरा’ के हवाले से बताते हैं कि मुगलों के दौर में यह सुनसान इलाका था।

किले की सुरक्षा के लिए खाई बनवाई गई तो मिट्टी को यहां डाला गया। इससे यहां टीले जैसे मिट्टी के तीन ढेर लग गए। ये लंबे समय तक यूं ही बने रहे। अंग्रेजी हुकूमत आने पर इन्हें हटाया गया। अंग्रेजों ने इस क्षेत्र की ड्रेसिंग कराई। इससे जमीन एकसार हो गई। ड्रेसिंग कराने की वजह से इस इलाके को ड्रेसी और फिर दरेसी कहा जाने लगा। धीरे-धीरे इलाका विकसित हुआ। लोग रहने के लिए आए। बाजार बना मगर नाम दरेसी ही रहा।
छत्ता क्षेत्र में रावतपाड़े के पास स्थित यह बाजार कपड़े, दाल और अनाज की दुकानों के लिए जाना जाता है। यहां साइकिल का भी बड़ा कारोबार है। देश के विभाजन के समय विस्थापित होकर आगरा आए सिंधी समाज के लोगों ने यहां खोखे खोले। फिर ये दुकानोें में बदल गए। यहां 200 से ज्यादा दुकानें हैं


 

 ये मार्केट  दिल  लुभा लेंगे 

Raja Ki mandi



इस बाजार में आपको 

सब कुछ मिलेगा  कपड़े, ज्वेलरी, घरेलू सामान, मिठाइयां और भी बहुत कुछ! यह लोहा मंडी एरिया में स्थित बाजार है जहां सबसे ज्यादा भीड़ देखी जाती है। स्ट्रीट शॉपिंग करने वालों के लिए यह एकदम सही जगह है। आप यहां से रंग-बिरंगी जूतियां, तरह-तरह के बैग्स खरीद सकते हैं। बाजार से लगता राजा की मंडी नाम का ही एक रेलवे स्टेशन है, तो आप ट्रेन पकड़ने से पहले यहां खरीदारी का मजा ले सकते हैं।


Kinari bazaar




यह आगरा का सबसे बड़ा थोक का बाजार है। यह जामा मस्जिद के पास स्थित है और चमड़े और हैंडीक्राफ्ट्स की खरीदारी के लिए सबसे बढ़िया और उचित जगह है। मार्बल, ग्लासवेयर, टेक्सटाइल, लेदर, हैंडीक्राफ्ट्स और ऐसे ही कई शानदार चीजों की खरीदारी यहां से की जा सकती है। सुबह 11 बजे से चलने वाला यह बाजार रात 9 बजे तक चलता है और मंगलवार को बंद होता है। अगर आप इस बार न जा पाएं, तो अपनी अगली ट्रिप पर इस बाजार को एक्सप्लोर कर सकते हैं। इसके अलावा आप यहां से कई आर्टिफिशियल ज्वेलरी भी खरीद सकते हैं।


Shoe market


अगर आपको आगरा में रहकर अपने लिए अच्छे दामों में जूते या चप्पल खरीदने हैं तो शू मार्केट जा सकते हैं। यह बाजार यहां स्थित हींग की मंडी में है और यहां उचित कीमतों पर आप अच्छे जूते खरीद सकते हैं। जगह कंजेस्टेड होने के कारण यहां बहुत भीड़ हो जाती है और यह बाजार खुलता भी सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक ही है। इसलिए कोशिश करें कि आप यहां थोड़ा जल्दी आएं, ताकि अच्छी क्वालिटी के शू रीजनेबलप्राइस में खरीद सकें।


Shah market


अगर आपको लगता है कि आगरा में आप सिर्फ पेठा और कपड़े और जूतों की ही शॉपिंग कर सकते हैं, तो आपको एक बार शाह बाजार जाना चाहिए। यह संजय प्लेस बाजार के पास स्थित है और स्मार्टफोन प्रेमियों के लिए एक स्वर्ग है। इस बाजार में कई थोक और रिटेल की दुकानें हैं और अगर आपको स्मार्टफोन या एक्सेसरीज खरीदनी है तो आपको यहां जाना चाहिए। इस मार्केट में आपको हर ब्रांड के स्मार्टफोन आसानी से मिल जाएंगे।


Sadar  bazaar 


हरे-भरे इलाके में बसा और अपने नाम से ही मशहूर पारंपरिक भीड़-भाड़ वाला सदर बाज़ार, खरीदारी का मुख्य इलाका है. यहां कारोबारी कपड़े, यादगार निशानियां, और चमड़े के उत्पाद, जैसे बैग, बेल्ट और जूते बेचते हैं. यह इलाका अपने स्ट्रीट फ़ूड के लिए भी जाना जाता है जहां चाट और आगरा की खास पेठा मिठाई के स्टॉल लगते हैं. बिना तड़क-भड़क वाले और भारतीय खाना परोसने वाले सादे भोजनालय पूरे इलाके में फैले हुए हैं.



 

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